Tuesday, December 18, 2012

ek maa ki vytha.....

अगले  जन्म  मुझे  बिटिया  ना दीजो
शायद आज सभी माओं का दिल यही दुआ कर रहा होगा .........
हमारी नाजोंसे
 पली बेटियों के उपर जब समाज के दरिंदों की वक्र दृष्टी  पड़ जाती है तो एक माँ-बाप का

 ही नहीं ए
क समाज एक दुनियां का सीना भी छलनी हो जाता है .                        
                         हम अपनी बेटियों को ही सीख देते हैं .......एसे उठो ,एसे बेठो ,ये पहनो ,ये मत पहनो .हम थोड़ी सी सीख ,थोड़ी सी संवेदना अपने बेटों को क्यों नहीं सीखा पाते ......
मैं भी आज भगवान से यही प्रार्थना कर रही हूँ की ......भगवन मुझे अगले जन्म निसंतान ही रखना पर मुझे बिटिया न देना ........क्योंकि मैं उसे मानसिक और शारीरिक रूप से छलनी और टुटा हुआ नहीं  देख सकती .
आज किसी की बेटी  अस्पताल में  वेंटिलेटर पर है ...... इतना गुस्सा, इतना डर, इतना  भय महसूस हो रहा है की कह नहीं सकती।
 सिर्फ  पाँच  मिनट ही मेरी मेरी बेटी की स्कुल बस लेट हो गई तो मन में  अजीब -अजीब  ख्याल आने लगे .
इस बेखौफ दुनिया में किस से भीख मांगू अपनी बेटी की सुरछा  की .......कोई जवाब दे सकता है?.

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