Thursday, January 17, 2013

ham-tum

जोरू का गुलाम .........चलिए आज इसी विषय पर कुछ बात किया जाये ,कुछ सोंचा जाये ...........क्यूँ अक्सर लोग इस जुमले को एक-दुसरे के उपर उछालते हैं ........कौन होता है जोरू का गुलाम ?? वो भी हमारे जैसे देश में ?
                                     बदलते माहौल में जहाँ हम अपने आप को प्रगतिशील तो कहलाना तो पसंद करते हैं .........लेकिन सिर्फ अपने टर्म्स और कंडीशन के साथ ........आमतौर जिस किसी भी पति -पत्नी के बीच अंडरस्टैंडिंग अच्छी है तो लोगों को पसंद नहीं आता और फिर लोग अपना  
झेंप मिटाने के लिये उन्हें जोरू का गुलाम कहना शुरू कर देते हैं .........क्योंकि हमारे पुरुष  प्रधान समाज में ये किसी को भी बर्दास्त नहीं हो सकता की एक आदमी  एक औरत की बात को तवज्जो देता है ...........फिर चाहे मर्द हो या औरत सब इसे जोरू का गुलाम कहना शुरू कर देते हैं .................
    कुछ लोग तो " कुछ तो लोग कहेंगे " वाली मानसिकता अपना लेते हैं  उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या कहते हैं या क्या सोचते हैं ..................लेकिन कुछ लोग एसे भी हैं जिन्हें जोरू का गुलाम कहलाना बिलकुल नहीं पसंद उन्हें ये एक गाली की तरह लगती है ..........
                        क्या जोरू का गुलाम  होना गलत बात है ?  जहाँ भी गुलाम शब्द का प्रयोग होता है वहां आपत्ति होनी स्वभाविक है .......फिर हम पत्नी को चरणों की दासी .....पर आपत्ति क्यों नहीं करते ? 

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