हैरान हूँ ......कल फेस बुक पर मिस्टर चेतन भगत की एक पोस्ट पढ़ी जिसमें उन्होंने लिखा है की एक कैरीअर वुमन ही इस देश को ......इस सोसाइटी को .........एक सभ्य ,सुशिक्षित ,समझदार नागरिक बना सकती है क्यूंकि वो फुल्के बनाने में अपना टाइम बरबाद नहीं करती ..........
मिस्टर भगत ये भूल गए हैं की आजकल पढ़ी लिखी महिलायें अपनी मर्जी से अपने घर को ही अपना कैरियर बनती हैं और बड़ी ख़ुशी से फुल्के बनती हैं और इंडिया को हेल्दी बनाने में अपना योगदान देती हैं .............पर ये बात शायद मिस्टर भगत को समझ में नहीं आएगी क्यूंकि उन्होंने पहले इंजीनियरिंग किया फिर मनेजमेंट किया और राइटिंग को अपना करियर बनाया .............इन्होने दो सीटों को बर्बाद किया ......अगर इन्होंने गर्म फुल्के खाए होते तो हिंदुस्तान में दो और लोगों की जिन्दगी बन गई होती और मिस्टर भगत सीधे राइटर ही बन गए होते ........
मिस्टर भगत ये भूल गए हैं की आजकल पढ़ी लिखी महिलायें अपनी मर्जी से अपने घर को ही अपना कैरियर बनती हैं और बड़ी ख़ुशी से फुल्के बनती हैं और इंडिया को हेल्दी बनाने में अपना योगदान देती हैं .............पर ये बात शायद मिस्टर भगत को समझ में नहीं आएगी क्यूंकि उन्होंने पहले इंजीनियरिंग किया फिर मनेजमेंट किया और राइटिंग को अपना करियर बनाया .............इन्होने दो सीटों को बर्बाद किया ......अगर इन्होंने गर्म फुल्के खाए होते तो हिंदुस्तान में दो और लोगों की जिन्दगी बन गई होती और मिस्टर भगत सीधे राइटर ही बन गए होते ........
good i like it
ReplyDeleteThanx babita for ur encouragment...:-)
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